कौंसिल ऑन एनर्जी, एनवीरोनमेंट एंड वाटर – सेंटर फॉर एनर्जी फाइनेंस(CEEW-CEF) मार्केट हैंडबुक 2020-21 (वार्षिक अंक) के अनुसार, भारत ने 2020-21 में 12.1 गीगावाट (GW) बिजली उत्पादन क्षमता को जोड़ा, जिनमें से 7.7 GW अक्षय ऊर्जा स्रोतों (64%) से था, इसके बाद कोयला / लिग्नाइट (3.9 GW) सेगमेंट था।
- 2020 में समग्र ऊर्जा क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा (RE) की हिस्सेदारी 10.1% थी, जो वित्त वर्ष 2020 में 9.4% थी।
- COVID-19 प्रतिबंधों के बावजूद वित्त वर्ष 2021 में भारत की कुल बिजली उत्पादन में भी 1.3% की वृद्धि हुई।
प्रमुख बिंदु
i.RE में, सौर (ग्रिड-स्केल और रूफटॉप) ने वित्त वर्ष 2021 में 73% या 5.5 GW क्षमता को जोड़ा।
- 2021 में सोलर रूफटॉप कैपेसिटी 1.8 GW थी।
ii.वित्त वर्ष 2021 में, कुल मिलाकर RE पीढ़ी 2019 की तुलना में 8.5% बढ़ी है।
iii.पुस्तिका में यह भी कहा गया है कि गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड(GUVNL) सौर बोली पर FY21 में 1.99 INR / kWh का ऐतिहासिक कम टैरिफ खोजा गया था।
CEEW-CEF
i.यह कौंसिल ऑन एनर्जी, एनवीरोनमेंट एंड वाटर (CEEW) की एक पहल है।
ii.यह एक बाजार पर्यवेक्षक और चालक के रूप में कार्य करता है जो ऊर्जा संक्रमण को आगे बढ़ाने के लिए वित्तीय समाधानों की निगरानी, विकास, परीक्षण और तैनाती करता है।
तथ्य
भारत ने 2022 तक 175 GW अक्षय ऊर्जा का लक्ष्य रखा है – 100 GW सौर, 60 GW पवन, 10 GW जैव-ऊर्जा, 5 GW लघु हाइड्रो।
हाल के संबंधित समाचार:
i.अप्रैल 23, 2021, सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी(CEA) और कौंसिल ऑन एनर्जी, एनवीरोनमेंट एंड वाटर(CEEW) के CEF ने ‘इंडिया रिन्यूएबल्स डैशबोर्ड‘ लॉन्च किया है। डैशबोर्ड भारत में अक्षय ऊर्जा (RE) परियोजनाओं पर विस्तृत परिचालन जानकारी प्रदान करेगा।
कौंसिल ऑन एनर्जी, एनवीरोनमेंट एंड वाटर (CEEW) के बारे में:
CEO – अरुणाभा घोष
प्रधान कार्यालय – नई दिल्ली