पुलिस स्मृति दिवस (पुलिस शहीद दिवस) प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पूरे भारत में उन पुलिस अधिकारियों के बलिदान को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने कर्तव्य के दौरान अपनी जान गंवाई।
पार्श्वभूमि:
i.1960 में, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिरीक्षकों के वार्षिक सम्मेलन में, हर साल 21 अक्टूबर को राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस मनाने की घोषणा की गई थी।
ii.यह दिन 21 अक्टूबर 1959 को हुई उस घटना को याद करने के लिए मनाया जाता है, जब लद्दाख के करीब अक्साई चिन में हॉट स्प्रिंग्स में चीन सेना के खिलाफ लड़ते हुए 10 पुलिसकर्मियों की जान चली गई थी।
स्मृति दिवस का इतिहास:
i.1959 में, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के गश्ती दल, जिसका नेतृत्व SI करन सिंह ने किया था, पर चीनी सेना ने हॉट स्प्रिंग्स लद्दाख में घात लगाकर हमला किया और 20 भारतीय सैनिकों पर हमला किया गया।
ii.20 में से 10 मारे गए और 7 घायल हुए और चीन ने उन्हें जेल में डाल दिया। शहीद पुलिसकर्मियों को एक महीने बाद भारत को सौंप दिया गया और लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में पूरे पुलिस सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
पुलिस स्मृति दिवस परेड 2022:
पुलिस स्मृति दिवस परेड 2012 से प्रतिवर्ष चाणक्यपुरी, नई दिल्ली, दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल में आयोजित की जाती है।
राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल:
i.एक राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल अनगिनत पुलिसकर्मियों द्वारा अपने कर्तव्य के प्रदर्शन में किए गए बलिदान की गवाही के रूप में खड़ा है।
ii.”द वॉल ऑफ़ वेलोर” – 30 फीट लंबी ग्रेनाइट की मूर्ति पुलिस मेमोरियल पर 35000 से अधिक शहीदों के नाम के साथ खड़ी है, जिन्होंने कर्तव्य की पंक्ति में अपने जीवन का बलिदान दिया और उन्हें उनकी बहादुरी और गौरव की याद दिलाई।
शहीद दिवस पर सम्मान :
- बाहों को उलट दिया जाता है (शोक शास्त्र) और दिवंगत आत्माओं के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा जाता है।
- राज्यों के पुलिस शहीदों, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के शहीदों के नाम उनके द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान को गर्व के साथ स्वीकार करने के लिए पढ़े जाते हैं।
- शहीदों के सम्मान का प्रतीक में तीन वॉली शॉट दागे गए हैं।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के बारे में
महानिदेशक- डॉ सुजॉय लाल थाउसेन, भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
स्थापना- 1939
मुख्यालय- नई दिल्ली, दिल्ली