छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ के 12 लाख से अधिक भूमिहीन श्रमिकों के लिए 6000 रुपये (वार्षिक) की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए ‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना’ शुरू की।
यह अपनी तरह की पहली ऐसी योजना है जो भूमिहीन मजदूरों को आर्थिक न्याय दिलाने पर केंद्रित है।
पृष्ठभूमि:
- इस योजना की घोषणा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 28 जुलाई 2021 को की थी।
- इस योजना के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान वित्तीय वर्ष 2021-2022 के अनुपूरक बजट में शामिल किया गया था।
लक्ष्य:
इस योजना का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के भूमिहीन मजदूरों को समर्थन देने के लिए न्यूनतम मजदूरी प्रदान करना है।
योजना की विशेषताएं:
i.इस योजना में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम और अनुबंध कर्मचारी शामिल हैं।
ii.इस योजना के माध्यम से पूरे छत्तीसगढ़ के नाइयों, लोहारों, धोबियों (धोबी और धोबिन) और पुजारियों को भी सहायता प्रदान की जाएगी।
iii.इस योजना के लाभार्थियों को वित्तीय वर्ष के अंत, 31 मार्च 2022 से पहले उनके लाभ प्राप्त होने की उम्मीद है।
iv.‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना’ के लाभार्थियों को 1 सितंबर, 2021 से 30 नवंबर, 2021 तक समर्पित पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना आवश्यक है।
हाल के संबंधित समाचार:
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री (CM) भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना वस्तुतः शुरू की जिसका उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा करना और किसानों, पंचायतों और वन प्रबंधन समितियों की आय में वृद्धि करना है।
इस योजना को राजीव गांधी किसान न्याय योजना से जोड़ा गया है।
उद्देश्य:
- निजी भूमि पर वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना
- गांवों के पर्यावरण में सुधार करना और भूजल स्तर को बढ़ाना।
छत्तीसगढ़ के बारे में:
राज्यपाल– अनुसुइया उइके
वन्यजीव अभयारण्य– भैरमगढ़ वन्यजीव अभयारण्य; भोरमदेव वन्यजीव अभयारण्य;
सारंगढ़-गोमर्दा वन्यजीव अभ्यारण्य
टाइगर रिजर्व- उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व; इंद्रावती टाइगर रिजर्व; अचानकमर टाइगर रिजर्व