छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री (CM) भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना का आभासी रूप से शुभारंभ किया जिसका उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा करना और किसानों, पंचायतों और वन प्रबंधन समितियों की आय में वृद्धि करना है।
उद्देश्य:
- निजी भूमि पर वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना
- गांवों में पर्यावरण में सुधार और भूजल स्तर को बढ़ाना।
प्रमुख बिंदु:
i.इस योजना को राजीव गांधी किसान न्याय योजना से जोड़ा गया है।
ii.योजना के अनुसार, जिन किसानों ने खरीफ वर्ष 2020 में धान की फसल ली है, यदि वे धान की फसल के बजाय अपने खेतों में पेड़ लगाते हैं, तो उन्हें प्रति वर्ष 10,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से अगले तीन साल के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
iii.यदि ग्राम पंचायत निधि से वाणिज्यिक वृक्षारोपण किया जाता है तो वही प्रक्रिया लागू होती है।
iv.संयुक्त वन प्रबंधन समिति की निधि से वाणिज्यिक आधार पर राजस्व भूमि पर किए गए वृक्षारोपण पर भी एक वर्ष बाद 10,000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
v.इस योजना के तहत, वन विभाग 99 लाख से अधिक पौधे लगाएगा और 2.27 करोड़ पौधे वितरित करेगा।
फुंदा गांव में जैव विविधता पार्क का भूमिपूजन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग वन संभाग के अंतर्गत फुंदा गांव में 20 एकड़ भूमि में विकसित होने वाले बायोडायवर्सिटी पार्क का भूमिपूजन भी किया।
- जापानी मियावाकी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इस पार्क में 100 से अधिक प्रजातियों के 3,000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
‘बटरफ्लाई ट्रेजर ऑफ छत्तीसगढ़‘ नामक पुस्तक का भी विमोचन किया गया
इसके अलावा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य वन संरक्षक संजीता गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक ‘बटरफ्लाई ट्रेजर ऑफ छत्तीसगढ़’ का भी विमोचन किया।
- इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ में पाई जाने वाली तितलियों की लगभग 170 प्रजातियों का वर्णन है।
हाल ही में संबंधित समाचार:
ओडिशा के धावक दुती चंद को छत्तीसगढ़ वीरनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा स्थापित यह पुरस्कार खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय महिलाओं के योगदान को मान्यता देता है। इस पुरस्कार समारोह का उद्घाटन संस्करण वस्तुतः आयोजित किया गया था और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रस्तुत किया गया था।
छत्तीसगढ़ के बारे में:
राजधानी– रायपुर, बिलासपुर (कानून राजधानी)
मुख्यमंत्री– भूपेश बघेल
राज्यपाल– अनुसुइया उइके