उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज के बोर्ड ने अपनी सहायक कंपनी उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (USFB) के साथ कंपनी के समामेलन को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के सार्वजनिक शेयरधारिता मानदंडों को पूरा करने के लिए लिया गया है।
- इस समामेलन के तहत उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज एक ट्रांसफरर कंपनी होगी और उज्जीवन SFB एक ट्रांसफरी कंपनी होगी।
वर्तमान परिदृश्य:
उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज उज्जीवन SFB की होल्डिंग कंपनी और प्रमोटर है। वर्तमान में इसके पास उज्जीवन SFB की इक्विटी शेयरधारिता का 83.32% और वरीयता शेयरधारिता का 100% है।
- इस समामेलन के बाद, उज्जीवन SFB के सार्वजनिक शेयरधारकों की हिस्सेदारी 68% से बढ़कर 100% हो जाएगी। यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), SEBI, NCLT (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) और कंपनी के सार्वजनिक शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है।
शेयरहोल्डिंग मानदंड क्या हैं?
न्यूनतम शेयरधारिता मानदंडों के अनुसार, SFB शाखा में प्रमोटर का न्यूनतम प्रारंभिक योगदान कम से कम 40% होना चाहिए। यदि SFB में प्रमोटर की प्रारंभिक हिस्सेदारी 40% से अधिक है, तो इसे SFB के संचालन की शुरुआत की तारीख से पांच साल की अवधि के भीतर 40% तक लाया जाना है।
- अब उज्जीवन SFB के लिए पांच साल की यह अवधि 31 जनवरी, 2022 को समाप्त हो रही है। इसकी स्थापना 2017 में हुई थी।
विलय के बाद:
योजना के प्रभावी होने के बाद, उज्जीवन SFB उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरधारकों को उज्जीवन के प्रत्येक 10 इक्विटी शेयरों के लिए बैंक के 115 इक्विटी शेयर जारी करेगा और आवंटित करेगा।
- यह समामेलन बेहतर प्रशासन और कम लागत के साथ एक बड़ी और मजबूत इकाई का निर्माण करेगा।
हाल के संबंधित समाचार:
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) के बोर्ड ने कैरल फर्टाडो को 30 सितंबर 2021 तक ‘ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD)’ के रूप में नियुक्त किया। यह फैसला बैंक के MD(प्रबंध निदेशक) और CEO नितिन चुग के इस्तीफे के बाद लिया गया है।
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) के बारे में:
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO)– संजीव बरनवाल
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मुख्यालय– बेंगलुरु, कर्नाटक