NBRI नमोह 108: MoST मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने CSIR-NBRI द्वारा विकसित कमल फूल की नई किस्म का अनावरण किया

Dr Jitendra Singh unveils new variety Lotus

19 अगस्त, 2023 को केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (MoST) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने लखनऊ, उत्तर प्रदेश (UP) में 108 पंखुड़ियों वाले कमल (नेलुम्बो न्यूसीफेरा) की एक अनूठी किस्म “NBRI नमोह 108” का अनावरण किया।

  • NBRI नमोह 108 को वैज्ञानिक & औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (CSIR-NBRI), लखनऊ (UP) स्थित राष्ट्रीय महत्व के संस्थान द्वारा विकसित किया गया था जो शास्त्रीय वनस्पति विषयों में अनुसंधान में लगा हुआ था।

NBRI नमोह 108 के बारे में:

i.यह पहली कमल किस्म है जिसका जीनोम इसकी विशेषताओं के लिए पूरी तरह से अनुक्रमित है।

ii.इसे भारत से बाहर आधिकारिक कमल किस्म के रूप में पंजीकृत किया जाएगा।

iii.नमोह नाम “ओम नमः वासुदेव” से प्रेरित है। संस्कृत में नमोह का अनुवाद ‘प्रणाम’ होता है। किस्म का नाम NBRI की एक आंतरिक समिति द्वारा दिया गया था।

iv.हिन्दू धर्म में 108 अंक और कमल के फूल को शुभ माना जाता है। इसलिए यह संयोजन इस विविधता को एक महत्वपूर्ण पहचान देता है।

विशेषताएँ:

i.नमोह 108 मार्च से दिसंबर तक खिलता है जो इसे कमल की किस्मों में सबसे लंबे समय तक रहने वाला बनाता है।

ii.इसका अधिकतम आकार व्यास में 10 इंच तक पहुंच सकता है।

iii.यह अमीनो एसिड, पॉलीफेनोइस, फ्लेवोनोइड, कैटेचिन, फैटी एसिड, कार्बोहाइड्रेट और खनिज जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध है।

iv.इसे प्रकंदों और बीजों के माध्यम से प्रचारित किया जा सकता है और इसे तालाबों, टैंकों और गमलों में उगाया जा सकता है।

पृष्ठभूमि:

कमल की खोज शुरुआत में कई साल पहले मणिपुर में की गई थी, और इसे संस्थान में फूलों और पौधों के संग्रह के हिस्से के रूप में रखा गया था, जिस पर संस्थान अनुसंधान करता है।

कमल के रेशे और इत्र ‘फ्रोटस’ से बने परिधान का विमोचन किया 

MoST मंत्री ने कमल के रेशे और इत्र ‘फ्रोटस’ से बने परिधान भी पेश किए। इत्र कमल के फूलों से निकाला जाता है और इसे NBRI द्वारा कमल अनुसंधान कार्यक्रम के तहत खुशबू & स्वाद विकास केंद्र (FFDC), कन्नौज, UP के सहयोग से विकसित किया गया था।

  • FFDC सूक्ष्म, लघु & मध्यम उद्यम मंत्रालय (MoMSME) के तहत एक स्वायत्त निकाय है।

कमल मिशन का शुभारंभ:

सरकार ने अरोमा मिशन की सफलता के बाद कमल मिशन भी शुरू किया है, जिसका उद्देश्य आवश्यक तेलों के लिए सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा देना है, जिससे उच्च मूल्य और उच्च मांग वाली सुगंधित फसलों की खेती के माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि हो सके।

  • अरोमा मिशन की नोडल एजेंसी लखनऊ (UP) में CSIR-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट्स (CIMAP) है।
  • कमल मिशन को अन्य प्राथमिकता वाली योजनाओं की तरह मिशन मोड में शुरू किया जाएगा।

नोट: अन्य प्राथमिकता वाली योजनाएं राष्ट्रीय शहद और मधुमक्खी मिशन (NHBM), राष्ट्रीय बांस मिशन (NBM), राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (NFSM), प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय मिशन (NMNF), राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन (NMSA), गोकुल मिशन, नीली क्रांति, मिशन शक्ति, और अंतःविषय साइबर-भौतिक प्रणालियों पर राष्ट्रीय मिशन (NM-ICPS) आदि हैं।

एलोवेरा की नई किस्म ‘NBRI-निहार’ लॉन्च की 

मंत्री ने पारंपरिक एलोवेरा की तुलना में लगभग 2.5 गुना अधिक जेल उपज के साथ एलोवेरा का एक नया संस्करण ‘NBRI-निहार’ भी पेश किया। इसमें बैक्टीरिया और फंगल रोगों के प्रति मजबूत प्रतिरोध है।

  • मंत्री ने सामान्य खांसी और सर्दी के साथ-साथ रूसी की समस्याओं के इलाज के लिए मार्क लेबोरेटरीज द्वारा तैयार किए गए ‘हर्बल कोल्ड ड्रॉप्स’ और ‘हर्बल एंटी डैंड्रफ हेयर ऑयल’ का भी अनावरण किया।

अन्य लॉन्च/MoU:

i.कपास पर सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए CSIR-NBRI & M/s न्यूक्लियोम इंफॉर्मेटिक्स, हैदराबाद, तेलंगाना के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।

ii.डॉ. जितेंद्र सिंह ने मंदिर के फूलों के प्रसाद से निकाले गए हर्बल रंगों को लॉन्च किया, जो कपड़े की रंगाई सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।

iii.भारतीय फार्माकोपिया मानकों को पूरा करने वाले CSIR-NBRI के 500 कच्चे ड्रग रिपॉजिटरी के डेटाबेस का अनावरण किया गया।

iv.CSIR-NBRI गार्डन की उत्कृष्ट गुलाब किस्मों की एक पुस्तक का विमोचन किया गया।

v.CSIR-NBRI का डिजिटल हर्बेरियम, भारत के वनस्पति नमूनों का एक राष्ट्रीय भंडार, जनता के बीच आसानी से जानकारी प्रसारित करने के लिए लॉन्च किया गया था।

vi.‘उत्तर प्रदेश के संयंत्र संसाधन और एक जांच सूची’ और ‘उत्तर प्रदेश की ई-फ्लोरा’ के बारे में पुस्तकें प्रस्तुत की गईं।

  • दोनों UP के 5,000 से अधिक पौधों की सूची और जानकारी प्रदान करते हैं।

vii.गाउट/गाउटी गठिया के लिए NBRI-गाउटआउट पूरक और उच्च ऊंचाई वाले सेना कर्मियों के लिए एक न्यूट्री-बार पेश किया गया था।

viii.डॉ. जितेंद्र सिंह ने 14 से 19 अगस्त, 2023 तक छह दिवसीय NBRI कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें हितधारकों को अनुसंधान, उत्पाद और विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया गया।

हाल के संबंधित समाचार:

i.i.जम्मू, जम्मू & कश्मीर (J&K) में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान (CSIR–IIIM) की “कैनबिस रिसर्च प्रोजेक्ट” इंडसकैन लिमिटेड के साथ सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) के तहत भारत में अपनी तरह की पहली कैनबिस मेडिसिन परियोजना है, जिसका मुख्यालय टोरंटो, कनाडा में है।

ii.19 जुलाई 2023 को, गुजरात सरकार ने गुजरात में भारत की पहली निजी ‘सैटेलाइट नेटवर्क पोर्टल साइट’ स्थापित करने के लिए लंदन स्थित कंपनी वनवेब और गुजरात सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। 

CSIR-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (NBRI) के बारे में:

यह CSIR के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है।
निदेशक – डॉ. अजीत कुमार शासनी
मूल मंत्रालय– विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MoST)
स्थान– लखनऊ, उत्तर प्रदेश





Exit mobile version