ILO रिपोर्ट: सालाना 22.8 मिलियन श्रमिक व्यावसायिक चोटों का सामना करते हैं, अत्यधिक गर्मी के कारण 18,970 की मृत्यु हो जाती है

22.8 million work suffer occupational injuries

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की “इंश्योरिंग सेफ्टी एंड हेल्थ एट वर्क इन ए चेंजिंग क्लाइमेट ” शीर्षक वाली रिपोर्ट के अनुसार, सालाना 22.85 मिलियन व्यावसायिक चोटें, 18,970 मौतें और 2.09 मिलियन विकलांगता-समायोजित जीवन वर्ष (DALY) अत्यधिक गर्मी के कारण रिपोर्ट किए जाते हैं।

मुख्य निष्कर्ष:

i.रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका, अफ्रीका, मध्य पूर्व और भारत के गर्म ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में श्रमिक अपरिवर्तनीय किडनी विफलता से पीड़ित हैं।

  • क्रोनिक किडनी डिजीज ऑफ़ अननोन एटियोलॉजी(CKDu) की महामारी गर्म तापमान में भारी शारीरिक श्रम करने वाले श्रमिकों की बड़ी संख्या को प्रभावित कर रही है।
  • 2020 में, कार्यस्थल पर अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आने के कारण अनुमानित 26.2 मिलियन लोग क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित थे।

ii.रिपोर्ट का अनुमान है कि सभी श्रमिकों में से 70% से अधिक (~2.41 बिलियन श्रमिक) अत्यधिक गर्मी के संपर्क में हैं। 2000 से 2020 तक अत्यधिक गर्मी के संपर्क में 34.7% की वृद्धि हुई है।

वैश्विक स्तर पर श्रमिकों के स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव:

रिपोर्ट में श्रमिकों में विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों जैसे: कैंसर, कार्डियो-वास्कुलर डिजीज, रेस्पिरेटरी इलनेस, किडनी डिसफंक्शन, मेन्टल हेल्थ कंडीशंस पर प्रकाश डाला गया है जो जलवायु परिवर्तन की स्थिति से जुड़े हुए हैं।

i.हर साल लगभग 1.6 बिलियन श्रमिक सौर पराबैंगनी (UV) विकिरण के संपर्क में आते हैं, जिसमें नॉन-मेलेनोमा स्किन कैंसर से सालाना 18,960 से अधिक काम-संबंधी मौतें होती हैं।

ii.1.6 बिलियन से अधिक बाहरी श्रमिक लगातार बाहरी वायु प्रदूषण के संपर्क में हैं।

iii.हर साल, कीटनाशक विषाक्तता के कारण 3 लाख से अधिक श्रमिक मर जाते हैं और लगभग 15,170 श्रमिक परजीवी और वेक्टर बोर्न डिजीज के संपर्क में आने के कारण मर जाते हैं।

प्रमुख बिंदु:

i.रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि जलवायु परिवर्तन रोजगार जैसे: नौकरी छूटना, व्यावसायिक संपत्तियों को नुकसान, श्रम उत्पादकता में कमी और मजबूर प्रवासन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

ii.वर्तमान में, लगभग 1.2 बिलियन नौकरियाँ विशेष रूप से खेती, मछली पकड़ने और वानिकी में नौकरियाँ सीधे तौर पर स्वस्थ वातावरण के प्रभावी प्रबंधन और स्थिरता पर निर्भर करती हैं।

iii.रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि राष्ट्रों को जलवायु-परिवर्तन-विशिष्ट व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य (OSH) नीतियां बनाने और अपनाने और उन्हें सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियान के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है।

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के बारे में:

महानिदेशक– गिल्बर्ट हॉन्गबो

मुख्यालय– जिनेवा, स्विट्जरलैंड

सदस्य राष्ट्र– 187

स्थापना– 1919





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