DAC ने भारतीय-IDDM श्रेणी के तहत सशस्त्र बलों और ICG के लिए 70,500 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दी

DAC approves Rs 70,500 crore procurement for armed forces16 मार्च, 2023 को, रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने सशस्त्र बलों जैसे भारतीय नौसेना (IN), भारतीय वायु सेना (IAF), भारतीय सेना (IA), और भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के लिए खरीद (भारतीय-IDDM (स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित)} के तहत 70,500 करोड़ रुपये से अधिक के पूंजीगत अधिग्रहण के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (AoN) प्रदान की है।

  • केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्रालय (MoD) की अध्यक्षता में DAC की बैठक हुई।

IN के लिए:

कुल प्रस्तावों में से, IN प्रस्ताव 56,000 करोड़ रुपये से अधिक का है, जिसमें मुख्य रूप से स्वदेशी BrahMos मिसाइल, शक्ति इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सिस्टम, यूटिलिटी हेलीकॉप्टर-मेरीटाइम आदि शामिल हैं।

  • BrahMos मिसाइल सिस्टम मेरीटाइम हमले की क्षमताओं और एंटी-सरफेस वारफेयर ऑपरेशन को बढ़ाएगी।
  • यूटिलिटी हेलीकॉप्टर खोज और बचाव कार्यों, हताहतों की निकासी, हुमेनिटरियन असिस्टेंस डिजास्टर रिलीफ (HADR) आदि में IN की परिचालन तत्परता के लिए गुणक के रूप में कार्य करेंगे।
  • शक्ति EW सिस्टम विरोधियों द्वारा नौसेना के संचालन का मुकाबला करने के लिए फ्रंटलाइन नौसेना के जहाजों को लैस और आधुनिकीकरण करेगा।

IAF के लिए:

DAC ने IAF के लॉन्ग रेंज स्टैंड-ऑफ वेपन (LRSOW) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसे SU-30 MKI विमान पर स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और एकीकृत किया जाएगा।

IA के लिए:

आर्टिलरी आधुनिकीकरण के लिए, IA के लिए हाई मोबिलिटी व्हीकल (HMV) और गन टोइंग व्हीकल (GTV) के साथ 155mm/52 कैलिबर एडवांस्ड टोएड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) की खरीद के लिए AoN को DAC द्वारा प्रदान किया गया था।

  • यह चल रहे धनुष गन सिस्टम और K-9 वज्र-T गन सिस्टम के अतिरिक्त होगा।

ICG के लिए:

DAC ने ICG के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से एडवांस्ड लाइट हेलीकाप्टर (ALH) MK-III की खरीद के लिए AoN को भी प्रदान किया।

  • ALH  निगरानी सेंसर से लैस है जो ICG के संचालन के लिए पूर्ण रात्रि क्षमता और इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल्स (IFR) क्षमता के साथ-साथ निगरानी क्षमताओं को बढ़ाएगा।

मुख्य बिंदु:

i.उपरोक्त AoN के साथ, FY23 में पूंजीगत अधिग्रहण के लिए दिया गया कुल AoN 2,71,538 करोड़ रुपये है, जिसमें से 98.9% खरीद भारतीय उद्योगों से की जाएगी, इस प्रकार ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा।
ii.रक्षा उपकरणों के स्वदेशी डिजाइन और विकास को बढ़ावा देने के लिए डिफेन्स प्रोक्योरमेंट प्रोसीजर (DPP) 2016 खरीद (भारतीय-IDDM) शुरू की गई है।  पूंजीगत उपकरणों की खरीद के लिए इस श्रेणी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।

हाल के संबंधित समाचार:

i.10 जनवरी, 2022 को, रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने 4,276 करोड़ रुपये के तीन पूंजीगत अधिग्रहण – भारतीय सेना (IA) के दो और भारतीय नौसेना (IN) के एक प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (AoN) को मंजूरी दे दी।
ii.दिसंबर 2022 में भी DAC ने 24 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (AoN) के लिए मंजूरी दे दी है। इन प्रस्तावों में भारतीय सेना के लिए छह, भारतीय वायु सेना के लिए छह, भारतीय नौसेना के लिए 10 और भारतीय तटरक्षक बल के लिए दो कुल 84,328 करोड़ रुपये मूल्य के प्रस्ताव शामिल हैं।

रक्षा मंत्रालय (MoD) के बारे में:

केंद्रीय मंत्री- राजनाथ सिंह (निर्वाचन क्षेत्र- लखनऊ, उत्तर प्रदेश)
राज्य मंत्री– अजय भट्ट (निर्वाचन क्षेत्र- नैनीताल-उधमसिंह नगर, उत्तराखंड)





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