Crocidura Narcondamica : A & N के नारकोंडम द्वीप में खोजे गए नए Shrew प्रजाति

New-species-of-shrew-Crocidura-narcondamica-discovered-from-Narcondam-islandजूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया(ZSI) के वैज्ञानिकों ने एक सफ़ेद दांतेदार Shrew की खोज की है, जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के नारकोंडम द्वीप (ज्वालामुखी द्वीप) से कीटभक्षी स्तनपायी जीवों की एक नई प्रजाति है और इस प्रजाति का नाम Crocidura Narcondamica (Soricidae: Eulipotyphla) है।

नोट नई प्रजाति Crocidura narcondamica को स्थानीयता, नारकोंडम द्वीप के नाम पर रखा गया है और यह उस द्वीप में खोजी गई पहली shrew प्रजाति थी।

प्रमुख बिंदु:

i.गिनती में वृद्धि: खोज ने भारत में सफ़ेद दांतेदार Shrew (जीनस क्रोकिडुरा) प्रजातियों की संख्या 11 से बढ़ाकर 12 कर दी है और स्तनधारियों की संख्या भी 429 से बढ़ाकर 430 कर दी है।

ii.43 साल के बाद: नए कीटभक्षी स्तनधारियों की वर्तमान खोज ZSI के दक्षिण अंडमान द्वीप पर 1978 में Crocidura Jenkinsi की खोज के 43 साल बाद आयोजित की गई थी। यह खोज नमूने के ओस्टियोलॉजिकल और DNA आणविक अध्ययनों पर आधारित है।

Shrews प्रजातियों के बारे में:

i.वास : प्रजाति Shrews छोटे स्तनधारी हैं जो चूहों की तरह दिखते हैं, वे जंगलों में उप-पत्ती के मैदान में रहते हैं और कीड़े इन जानवरों का प्राथमिक आहार हैं।

ii.आकृति विज्ञान : इनमें गहरे, घने पूंछ के साथ गहरे ग्रे रंग के घने फर होते हैं। इसके पास मध्यम आकार (सिर और शरीर की लंबाई) है और अन्य निकटवर्ती जन्मदाताओं की तुलना में क्रैनियोडीनेंटल कैरेक्टर (ब्रेनकेस गोल और कमजोर लंबोइडल लकीर के साथ ऊंचा है)।

खोज टीम:

i.इस खोज को नारकोडमम ज्वालामुखी द्वीप, भारत से ‘डिस्कवरी ऑफ ए न्यू मैमल स्पीशीज’ (Soricidae: Eulipotyphla) शीर्षक से प्रकाशित किया गया था।

ii.लेखक: मनोकरन कमलाकन्नन, चंद्रकासन शिवपेरुमन, शांतनु कुंडू, गोविंदरासु गोकुलकृष्णन, चिन्नादुरई वेंकटरमन, और कैलाश चंद्रा।

नारकोंडम द्वीप के बारे में:

i.दूरस्थ और निर्जन नारकोंडम द्वीप अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के केंद्रशासित प्रदेश का एक हिस्सा है। यह उत्तर अंडमान से लगभग 130 किमी पूर्व में और म्यांमार के पश्चिमी तट से लगभग 446 किमी दूर स्थित है।

ii.यह द्वीप ~ 6.8 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करता है और आधार समुद्र के नीचे लगभग 1,500 मीटर है।

iii.नोट – इस द्वीप का ज्वालामुखी पर्वत (शिखर) समुद्र तल से 710 मीटर की ऊंचाई पर है जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में दूसरा सबसे ऊंचा बिंदु है (प्रथम – 752 मीटर सैडल पीक, उत्तरी अंडमान द्वीप है)।

हाल के संबंधित समाचार:

बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (BNHS) के शोधकर्ताओं की एक टीम ने अरुणाचल प्रदेश के उच्च ऊंचाई वाले शंकुधारी जंगलों में एक नई एवियन प्रजाति- थ्री बैंडेड रोजफिंच को देखा। यह फ्रिंजिलिडे (एक शंक्वाकार बिल के साथ बीज खाने वाले पक्षी) परिवार का है।

जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ZSI) के बारे में:

स्थापना – 1916
मुख्यालय न्यू अलीपुर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
निर्देशक – कैलाश चंद्र





Exit mobile version