शहरी बेरोजगारी दर गिरकर 6.6% हुई: PLFS के 20वें क्वार्टरली बुलेटिन 

Unemployment Rate in urban areas decreased to 6.6% (1)

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) द्वारा जारी क्वार्टरली बुलेटिन पीरिऑडिक लेबर फाॅर्स सर्वे (PLFS)(जुलाई से सितंबर 2023) के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर (UR) जुलाई-सितंबर 2022 में 7.2% से गिरकर जुलाई-सितंबर 2023 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए 6.6% हो गई।

  • वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) की दूसरी तिमाही (Q2) का यह बुलेटिन श्रृंखला का 20वां संस्करण है।

नोट: जनवरी-मार्च 2023 में UR 6.8% और अप्रैल-जून 2023 में 6.6% था।

नमूने का आकार:

2023 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान पूरे भारत के शहरी क्षेत्रों में कुल 5,706 प्रथम चरण इकाइयों – FSU शहरी फ्रेम सर्वेक्षण (UFS ब्लॉक) का सर्वेक्षण किया गया। इसमें 44,738 घर और 1,70,004 व्यक्ति शामिल थे।

बेरोजगारी की दर:

i.पुरुषों के लिए, शहरी क्षेत्र में UR जुलाई-सितंबर 2023 में घटकर 6.0% हो गया, जो FY23 की इसी तिमाही में 6.6% था।

  • पुरुषों के लिए UR जनवरी-मार्च 2023 में 6% और अप्रैल-जून 2023 में 5.9% था।

ii.महिलाओं के लिए, शहरी क्षेत्रों में UR जुलाई-सितंबर 2023 में घटकर 8.6% हो गया, जो FY23 की इसी तिमाही में 9.4% था।

  • महिलाओं के लिए UR जनवरी-मार्च 2023 में 9.2% और अप्रैल-जून 2023 में 9.1% था।

नोट: UR को लेबर फाॅर्स में शामिल व्यक्तियों के बीच बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।

लेबर फाॅर्स पार्टिसिपेशन रेट (LFPR) में बढ़ती प्रवृत्ति:

i.रिपोर्ट बताती है कि शहरी क्षेत्रों में, वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (CWS) में लेबर फाॅर्स पार्टिसिपेशन रेट (LFPR) 2023 की जुलाई से सितंबर तिमाही में बढ़कर 49.3% हो गई, जो 2022 की इसी अवधि में 47.9% थी।

ii.LFPR अप्रैल-जून 2023 में 48.8%, जनवरी-मार्च 2023 में 48.5% और अक्टूबर-दिसंबर 2022 में 48.2% था।

नोट: LFPR को जनसंख्या में लेबर फाॅर्स (यानी काम करने वाले या काम की तलाश करने वाले या उपलब्ध) व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।

श्रमिक जनसंख्या अनुपात (WPR) में बढ़ती प्रवृत्ति:

i.शहरी क्षेत्रों में श्रमिक जनसंख्या अनुपात (WPR) जुलाई-सितंबर 2022 में 44.5% से बढ़कर जुलाई-सितंबर 2023 में 46.0% हो गया है।

ii.पुरुषों के लिए, 68.6% से बढ़कर 69.4% हो गई, जबकि महिलाओं के लिए, यह 19.7% से बढ़कर 21.9% हो गई।

नोट: WPR को जनसंख्या में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।

PLFS के बारे में:

i.PLFS को NSSO द्वारा अप्रैल 2017 में केवल CWS में शहरी क्षेत्रों के लिए हर तीन महीने के लिए प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान लगाने के लिए लॉन्च किया गया था।

  • प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतक LFPR, WPR और UR हैं

ii.यह सालाना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में ‘सामान्य स्थिति’ और CWS दोनों में रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान लगाता है।

हाल के संबंधित समाचार:

9 अक्टूबर, 2023 को, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने 6 वीं वार्षिक रिपोर्ट ‘पीरिऑडिक लेबर फाॅर्स सर्वे (PLFS) [जुलाई, 2022 – जून, 2023]’ जारी की, जिसमें सामान्य स्थिति (ps+ss) के तहत 2022-23 में बेरोजगारी दर (UR) 6 साल के निचले स्तर 3.2% पर बताई गई है। 2017-18 में यह 6% थी।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI):

राज्य मंत्री (MoS) (स्वतंत्र प्रभार)– राव इंद्रजीत सिंह (निर्वाचन क्षेत्र-गुरुग्राम, हरियाणा)
सचिव– G P सामंत





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