- 8 बैंकों और GSTN (गुड्स एंड सर्विस टैक्स नेटवर्क) को AA नेटवर्क में शामिल होने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।
अकाउंट एग्रीगेटर क्या है?
i.AA डेटा एक्सेस के लिए उत्तरदायी होते हैं। इनका उपयोग उचित ग्राहक सहमति के साथ सुरक्षित तरीके से FIP से वित्तीय सूचना उपयोगकर्ताओं (FIU- Financial Information Users) को वित्तीय जानकारी के आदान-प्रदान के लिए किया जाएगा।
ii.AA नेटवर्क ग्राहकों के डेटा को स्टोर/रीड नहीं करेगा बदले में यह FIP और FIU के बीच एक पाइपलाइन के रूप में कार्य करेगा।
- FIP में बैंक, म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियां और GST प्लेटफॉर्म आदी जैसे कर प्राधिकरण शामिल हो सकते हैं। FIU बैंक, धन सलाहकार, निवेश फर्म आदि हो सकते हैं।
iii.सुरक्षा: प्रक्रिया पूरी होने तक AA एन्क्रिप्टेड डेटा को स्टोर करेगा और उसके बाद AA डेटाबेस से डेटा मिटा दिया जाएगा। यह डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
iv.गति: यदि सभी वित्तीय संस्थानों को AA पारिस्थितिकी तंत्र में शामिल किया जाता है, तो यह सेकंड के भीतर बड़ी मात्रा में वित्तीय डेटा तक पहुंच की सुविधा प्रदान करेगा।
i.जून 2016 में, RBI ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) के एक नए वर्ग को मंजूरी दी, जिसे वास्तविक समय में वित्तीय जानकारी को सहमति से साझा करने की सुविधा के लिए AA कहा जाता है।
ii.RBI ने AA फ्रेमवर्क की भी घोषणा की है। RBI लाइसेंस देता है और AA के लिए नियमों को नियंत्रित करता है।
iii.आवश्यकता: NBFC – AA के रूप में RBI के साथ पंजीकरण की मांग करने वाली प्रत्येक कंपनी के पास 2 करोड़ रुपये से कम न हो या RBI द्वारा निर्दिष्ट अधिक राशि का शुद्ध स्वामित्व वाला फंड होना चाहिए।
वर्तमान और आगामी AA:
i.नियो बैंक ‘फाई’, बजाज फाइनेंस लिमिटेड और DMI फाइनेंस जैसे गैर-बैंक ऋणदाता भी AA नेटवर्क में शामिल हो रहे हैं।
ii.Finvu, वनमनी, NESL और CAMS फिनसर्व पहले से ही AA के रूप में लाइव हैं। फोनपे, Perfios और Yodlee को भी AA नेटवर्क में शामिल होने के लिए RBI से सैद्धांतिक मंजूरी मिली है।
हाल के संबंधित समाचार:
RBI ने पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (PIDF) योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के रूप में टियर -1 और टियर -2 केंद्रों में पीएम स्ट्रीट वेंडर की आत्मनिर्भर निधि (PM SVANidhi योजना) के स्ट्रीट वेंडर्स को शामिल किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के बारे में:
स्थापना – 1 अप्रैल, 1935
मुख्यालय – मुंबई, महाराष्ट्र
राज्यपाल – शक्तिकांत दास
डिप्टी गवर्नर- महेश कुमार जैन, माइकल देवव्रत पात्रा, M. राजेश्वर राव, T. रबी शंकर